4 नवंबर को करवाचौथ, परपंराओं के अनुसार सुहागिनें पति की लंबी उम्र को लेकर रखेंगी व्रत
अरविन्द सिसौदिया/युरेशिया
इस बार सुहागिनों का सबसे बडा और महापर्व करवाचौथ आगामी 4 नवंबर को सर्वार्थ सिद्वी व शिवयोग में मनाया जाएगा। सुहागिनें इस महापर्व को उल्लास और उत्साह से मनाने के लिए तैयारियों में जुटी हुई है। शास्त्रों में करवाचौथ का व्रत गृहस्थ जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताया गया है।
करवाचौथ महज एक व्रत ही नहीं बल्कि यह पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते को भी अधिक मजबूत करने वाला व्रत है। चुतर्थी गणेश जी की तिथी है। और इस दिन बुधवार होने के साथ-साथ सर्वार्थ सिद्वि योग के साथ शिवयोग भी रहेगा। ऐसा संयोग बहुत ही कम देखने को मिलता है। इस संयोग मे पतिव्रता महिलाओं की मनोकामनाएं पूरी करने का शुभ दिन है। विवाहित महिलाओं के पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए यह व्रत रखकर विधि-विधान से माता पार्वती और भगवान गणेश की पूजा अर्चना करते हुए करवाचौथ की कथा सुनेंगी। पूरे दिन का व्रत होने के बाद विवाहिताएं रात्रि में चन्द्रोदय के साथ अध्र्य देकर व्रत खोलेंगी। पं राजेश शास्त्री के अनुसार चन्द्रमा को आयु, सुख और शांति कारक माना गया है। इनकी पूजा से वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है। पति की आयु भी लंबी होती है। करवाचौथ की पूजा मुहूर्त बुधवार शाम 5:34 से 6:52 तक रहेगा। तो वहीं चंद्रोदय रात्रि 8:15 बजे होगा।
खरीददारी के लिए बाजारों में उमडी भीड –
करवाचौथ व्रत के लिए इस समय महिलाओं की बाजारों में भारी भीड उमड रही है। इनमें सबसे अधिक वों महिलाएं है जिनका पहली बार करवाचौथ का व्रत है। कपडो की दुकानों से लेकर सौंदर्य प्रसाधन और पार्लरों पर महिलाओं की संख्या उमड रही है। कहा जाता है कि इस दिन महिलाओं को सोलह श्रंृगार करके ही पूजा में शामिल होना चाहिए।
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